हरियाणा में हाल में हुए जाट आरक्षण आन्

हरियाणा में हाल में हुए जाट आरक्षण आन्दोलन

 

हरियाणा में हाल में हुए जाट आरक्षण आन्दोलन के दौरान जो हिंसा और लूटपाट हुई उसमें सबसे ज्यादा नुकसान स्थानीय व्यापारियों को हुआ है। एक अनुमान के अनुसार हरियाणा में व्यापार को लगभग 35,000 करोड रुपए की क्षति हुई है। छोटे-छोटे दुकानदार आज बेरोजगार हो गए हैं तथा भूखे मरने की नौबत आ गई है। न तो केन्द्र सरकार और न ही प्रदेश सरकार ने कोई आर्थिक सहायता दी है ना किसी पैकेज की घोषणा की गई है। इंडियन बिजनेस पार्टी ने सरकार से मांग की है कि सभी प्रभावित व्यापारी वर्ग को मुद्रा स्कीम की तहत आर्थिक मदद दी जाए परंतु पार्टी की इस मांग पर भी सरकार ने कोई ध्यान नही दिया। यह बहुत गम्भीर मामला है कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ यानी व्यापारी वर्ग की सुरक्षा और उन्हें हुए नुकसान की भरपाई किसी भी सरकार की प्राथमिक्ता में नहीं है। स्थिति यह है कि हमारे टैक्स से चलने वाली सरकार हमें सुरक्षा देने में तो असमर्थ है ही, उसे हमारी परवाह भी नहीं है। उपरोक्त परिस्थितियों में व्यापारी वर्ग को सरकार में आना होगा तथा व्यापारी वर्ग को प्राथमिक्ता के आधार पर सुरक्षा प्रदान करनी होगी ताकि व्यापारी सुकून से व्यापार कर सकें और अपने राष्ट्र को प्रगतिशील बनाएं।

 

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